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नीतीश कुमार दे रहे BJP के साथ जाने के संकेत? बिहार में बढ़ रही सियासी गर्माहट

New Delhi: Bihar Chief Minister Nitish Kumar calls on Prime Minister Narendra Modi, in New Delhi on May 27, 2017. (Photo: IANS/PIB)

नीतीश कुमार दे रहे BJP के साथ जाने के संकेत? बिहार में बढ़ रही सियासी गर्माहट

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों चर्चाओं में हैं। उनको लेकर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं की वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। ये बात इसलिए भी शुरू हो रही है क्योंकि कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर नीतीश कुमार अकेले ही कर्पूरी ठाकुर के घर चले गए थे। जबकि तय ये हुआ था की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव साथ में जाएंगे। इसी दौरान कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर नीतीश कुमार ने परिवारवाद पर कडा प्रहार करते हुए पीएम मोदी की तारीफ़ कर दी और तभी ये बिहार के गलियारे में सियासत चरम पर पहुँच चुका है।

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से जदयू का इंकार

राहुल गांधी इन दिनों ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर हैं। इस दौरान उन्होंने मणिपुर से इसकी शुरुआत करते हुए यात्रा आगे बढ़ाई है और ऐसी जानकारी मिल रही थी की बिहार में इस यात्रा के दौरान नीतीश कुमार भी शामिल होंगे। लेकिन INDIA गठबंधन में शामिल नीतीश की पार्टी जदयू ने इससे साफ़ इंकार कर दिया है। इसी के बाद नीतीश के विचार से ये तय माना जा रहा है की वह जल्द ही अपने फैसले से पलट सकते हैं। गौरतलब है की नीतीश कुमार ने 2013 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा से नाता तोड़कर कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन किया था।

इसके बाद फिर 2017 में जदयू ने NDA के साथ अपना साथ बढ़ाना शुरू कर दिया और 2019 का लोकसभा एवं 2020 का विधानसभा चुनाव साथ लड़ा। अगस्त 2022 में फिर से नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ जाकर मिल गए। नीतीश कुमार अपने इस सियासी समीकरण को जोड़ने और तोड़ने में महारत हासिल कर चुके हैं और यही कारण है की काम सीट होने के बावजूद भी बिहार में सभी बड़ी पार्टियां नीतीश कुमार को अपने साथ जोड़ना चाहती हैं।

राजद पर लगे थे जदयू तोड़ने के आरोप

मौजूदा समय में नीतीश कुमार जदयू पार्टी के अध्यक्ष हैं लेकिन इससे पहले ललन सिंह इस पार्टी के अध्यक्ष हुआ करते थे। ललन सिंह पर ऐसे आरोप लग रहे थे की वह लालू परिवार के ज़्यादा नज़दीक होते जा रहे हैं और ऐसे कयास लगाए जा रहे थे की वह जदयू के विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि इस बाबत आधकारिक रूप से कोई जानकारी सामने नहीं आई लेकिन शायद इसी बात से नाराज़ होकर नीतीश कुमार ने दिल्ली में पार्टी की बैठक बुलाते हुए ललन सिंह को अध्यक्ष पद से हटाकर खुद को पार्टी का सर्वेसर्वा बना लिया।

बीजेपी का दावा – 3 दिनों में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आएँगे

बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ने ये दावा किया है की आने वाले 2 – 3 दिनों में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ शामिल हो जाएंगे। इसको लेकर बातचीत बहुत आगे बढ़ चुकी है। ऐसा दावा किया जा रहा है की जेडीयू विधायकों को तोड़ने की कोशिश से नीतीश कुमार बहुत दुखी थे और यही कारण है की वह महागठबंधन से दुरी बनाते देखे जा रहे हैं। शर्त्त कुछ भी हो सकता है लेकिन नीतीश बीजेपी के साथ ही आएँगे।

जेडीयू-बीजेपी साथ लड़ेगी लोकसभा चुनाव 2024 ?

इन सभी ख़बरों के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं की इस बार फिर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू महागठबंधन का साथ छोड़कर NDA के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। इसकी पूरी उम्मीद इसलिए भी है क्योंकि महागठबंधन के अंदर आतंरिक कलह जारी है। अब देखना है की नीतीश कुमार इन ख़बरों पर अपनी मुहर लगाते हुए आधकारिक रूप से कब घोषणा करते हैं। क्योंकि लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ 3 महीने बचे हैं और सभी पार्टियां इसको लेकर अपनी-अपनी तैयारियों में लगी हैं। ऐसे में इतने कम समय में जल्द फैसला लेना ही एक उपाय मात्र नीतीश कुमार के पास बचता है। अगले 7 दिनों के अंदर-अंदर इस फैसले पर मुहर लगने की उम्मीद है।

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