प्रधानमन्त्री मोदी ने तोड़ा रिकॉर्ड, Youtube पर सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले नेता बने
प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं दिख रही। दिन-प्रतिदिन उनकी लोकप्रियता एक नई ऊंचाइयां छू रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री मोदी के नाम एक और कीर्तिमान दर्ज हो गया है। यूट्यूब के एनालिटिक्स प्लेटफार्म देखने वाले ट्यूबिक्स ने ये जानकारी साझा की है। जिसमे मोदी विश्व के सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले यूट्यूब के लीडर बन गए हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार लगभग 2 करोड़ सब्सक्राइबर मोदी के पास है वहीं उनके चैनल पर व्यूज लगभग 450 करोड़ से भी ज़्यादा हो चुके हैं।
इस रिपोर्ट में विश्व के टॉप 20 लीडर्स को दिखाया गया है और इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है की इसमें पाकिस्तान के किसी नेता का नाम नहीं है। इस रिपोर्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन का स्थान चौथा है, उसके बावजूद मोदी के सामने बाइडेन के यूट्यूब की स्थिति बहुत नीचे हैं। दूसरे नंबर पर ब्राज़ील के पूर्व राष्ट्रपति जैर बोलसानोरा हैं जिनके पास 64 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। दूसरे नंबर पर होने के बावजूद संख्या के मामले में ये बहुत नीचे हैं।
सिर्फ दिसंबर महीने की बात करें तो मोदी के यूट्यूब चैनल पर लगभग 23 करोड़ व्यूज आये हैं। यह आंकड़ा यूट्यूब पर तीसरा स्थान हासिल करने वाले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से 43 गुना ज़्यादा है। वीडियो व्यूज के मामले में ज़ेलेन्स्की वर्ल्ड लीडर में यूट्यूब पर दूसरे नंबर पर आते हैं।
Youtube पर मोदी की बादशाहत
यूट्यूब पर पीएम मोदी की बादशाहत उनकी लोकप्रियता का एक प्रमुख कारण है। यूट्यूब के कारण दुनिया भर में उनके प्रशंसक बढ़ते जा रहे हैं। इन्ही के नक़्शे कदम पर चलते हुए राहुल गांधी ने भी यूट्यूब पर अपना हाथ आजमाया। लेकिन उनके खाते में मात्रा 22 लाख सब्सक्राइबर्स मिले। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मोदी के यूट्यूब पर आये साल 2023 के व्यूज राहुल गांधी के कांग्रेस और केजरीवाल के आम आदमी पार्टी के चैनल के पुरे व्यूज के बराबर है। सिर्फ एक साल के मोदी के व्यूज ने अरविन्द केजरीवाल और राहुल गांधी की लोकप्रियता गिनवा दी।
यही कारण है की अनेकों विरोध-प्रदर्शन करने के बाद भी मोदी के विपक्षी नेताओं को वो व्यूअरशिप नहीं मिल पाई है जो मोदी को अकेले एक साल में मिली है। शायद यही वजह है की मोदी की लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ती जा रही है और विपक्षी परेशान दिख रहे हैं। अगर ट्यूबिक्स की रिपोर्ट देखी जाए तो ऐसा कोई नेता आपको दिखाई नहीं देगा जो मोदी के बिलकुल पास या उनके आस-पास भी हो। दूसरे और तीसरे नंबर के नेताओं से भी मोदी का आंकड़ा बहुत ज़्यादा दिखाई देता है।
अमेरिका मोदी से नीचे
एक ज़माना था जब अमेरिकी राष्ट्रपति को ही विश्व का नेता माना जाता था। उसकी लोकप्रियता और प्रशंसक विश्व भर में हुआ करते थे। आज के मौजूदा समय में अमेरिका चौथे नंबर पर है और बहुत ही कम व्यूअरशिप के साथ है। सिर्फ 7 लाख और 89 हज़ार सब्सक्राइबर्स के साथ वह चौथे नंबर पर हैं। इससे उनकी लोकप्रियता का अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं होगा।
2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस तरह की रिपोर्ट मोदी के हक़ में हो सकती है। मोदी के यूट्यूब पर मिली सफलता लोकसभा चुनाव में भी सीढ़ी का काम कर सकती है। आज के इस डिजिटल युग में लोगों तक पहुँचने का सबसे अच्छा माध्यम सोशल मीडिया है। आज के ज़माने में यूट्यूब पर होने का मतलब लोगों तक पहुंचना है।
मोदी के इस उपलब्धि से बीजेपी को 2024 में फ़ायदा होने की उम्मीद की जा सकती है। अब देखना है की विपक्षी नेता इसके तोड़ के रूप में लोगों तक पहुँचने का कौन सा ज़रिया अपनाते हैं। INDIA गठबंधन हर संभव मौक़ा तलाश रही है और चुनाव के समय ऐसी खबर मिलने के बाद उनकी बेचैनी बढ़ना स्वाभाविक है।