‘मैं देशद्रोही नहीं हूँ सोनू भैया’, मनीष कश्यप और सोनू सूद की दोस्ती
जेल से रिहा होने के बाद मनीष कश्यप एक बार फिर से उसी अंदाज़ में वापस आ गए हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे थे की मनीष कश्यप की रिहाई के बाद शायद उनमे पहले वाली बात नहीं होगी। लेकिन मनीष कश्यप ने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में वापसी की है और आते ही बिहार सरकार को आड़े हाथों लिया।
बीते 27 दिसंबर को मनीष कश्यप ने ट्वीटर पर अपनी एक वीडियो पोस्ट करते हुए सोनू सूद को धन्यवाद करते दिखाई देते हैं। उन्होंने अपनी वीडियो में सोनू सूद के दिए समर्थन का धन्यवाद किया और कहा, “सोनू सूद भैया ने मेरे लिए ट्वीटर पर तीन महीने पहले ट्वीट किया था। सोनू भैया ने कहा था की मनीष कश्यप को मैं जितना जानता हूँ, वो देशविरोधी नहीं हो सकता। वह बिहार विरोधी नहीं हो सकता है। तो उनको ट्रोल किया गया था। सोनू सूद भैया से मैं कह देना चाहता हूँ की आपका मनीष कश्यप देश विरोधी नहीं है। और ये मैं नहीं कह रहा हूँ ये कोर्ट ने साबित किया है। NSA कोर्ट ने मेरे ऊपर से हटाया है।”
सोनू सूद भैया 🙏❤️🇮🇳@SonuSood
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.#SonuSood #Manishkashyap pic.twitter.com/V7Up8w289N— Manish Kasyap Son Of Bihar (@Mksonofbihar) December 27, 2023
मनीष कश्यप के इस वीडियो के बाद इसी वीडियो को टैग करते हुए सोनू सूद ने ट्वीटर पर लिखा है, “भाई हो और हमेशा भाई रहोगे। जल्दी साथ में लिट्टी चोखा खाते हैं। Welcome Back Brother”
भाई हो
और हमेशा भाई रहोगे।
जल्द साथ में लिट्टी चोखा खाते हैं।Welcome back brother ❤️ https://t.co/T508qBEqJQ
— sonu sood (@SonuSood) December 28, 2023
नौ महीने जेल में बंद थे मनीष कश्यप
मनीष कश्यप के ऊपर फ़र्ज़ी वीडियो को गलत तरीके से प्रसारित करने के आरोप में तमिलनाडु पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी जिसके बाद तमिलनाडु सरकार ने मनीष कश्यप के ऊपर NSA लगा दिया था। उसके बाद बिहार में भी उनके खिलाफ अनेकों एफआईआर दर्ज की जाने लगी। यह एक सिलसिलेवार तरीके से हुआ जिसमे राजनितिक द्वेष का कारण भी बताया जाता है। मनीष कश्यप के द्वारा बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को खुली चुनौती देने के बाद मनीष की मुश्किलें बढ़ गई थी। उसके उपरांत कुर्की-जब्ती होने के बाद उन्हें आत्मसमर्पण करना पड़ा था। जेल जाते वक़्त उनकी आँखों में आंसू भी दिखाई दिए थे।
बीते 23 दिसंबर को कोर्ट से राहत मिलने के बाद वह पटना स्थित बेउर जेल से रिहा हो गए। रिहा होने के दौरान जेल के आस-पास उनके बहुत सारे समर्थकों की भीड़ लग चुकी थी और वह खुली जीप के माध्यम से वहाँ से निकले। उन्होंने आते ही बिहार सरकार को ‘कंस की सरकार’ कह दिया था। मनीष कश्यप के बयान के अनुसार आने वाले समय में मनीष कश्यप राजनीति में भी आ सकते हैं।
मनीष कश्यप और सोनू सूद की दोस्ती Lockdown से शुरू हो गई थी। सोनू सूद के द्वारा बिहारी मजदूरों के मदद करने को लेकर मनीष कश्यप ने उनकी बहुत तारीफ़ की थी। सोनू सूद बिहार भी आये थे जिसमे मनीष कश्यप ने उनका स्वागत किया था। उसके बाद से इनकी दोस्ती और भी गहरी होती गई। सूत्रों से खबर मिली है की सोनू सूद भी राजनीति में आने का सोच रहे हैं।
इसमें कोई हैरानी की बात नहीं होगी जब वह अभिनेता से नेता बनने निकल पड़ेंगे। मनीष कश्यप के जेल जाने के बाद भी सोनू सूद ने मनीष का समर्थन किया था। यही कारण है की मनीष कश्यप सोनू सूद को ‘भैया’ कह कर सम्बोधित करते हैं और उन्हें अपना मानते हैं।
तेजस्वी को दी थी चुनौती
मनीष कश्यप ने जेल जाने से पहले जब उनपर आरोप लगाए जा रहे थे उस दौरान अपनी सफाई के रूप में मनीष कश्यप ने एक वीडियो पोस्ट किया था। जिसमे मनीष का कहना था की उन्होंने कोई भी फ़र्ज़ी खबर नहीं फैलाई है। दूसरी ओर उन्होंने बिहार सरकार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को चुनाव में हारने की चुनौती तक दे दी। मनीष कश्यप अब जेल से रिहा हो चुके हैं और ऐसे में उनके द्वारा दी गई चुनौती उन्हें याद है या नहीं ये आने वाला समय बताएगा।