सेक्स के चक्कर में महिला टीचर को मिली 50 साल की सज़ा, अपने छात्र के साथ बनाया शारीरिक संबंध
आज की इस प्रगतिवादी दुनिया में रिश्ते-नाते बस कहने भर की बातें हो गयी हैं और ऐसा ही कुछ मामला हुआ है अमेरिका के वर्जीनिया में जहां एक महिला स्कूल टीचर ने अपने नाबालिग स्टूडेंट के साथ जबरन यौन संबंध बनाया। इस मामले के उजागर होने के बाद उस टीचर पर कार्रवाई हुई और जानकारी के अनुसार उसे 50 साल की सज़ा मिली है। ऐसा बताया जाता है की महिला टीचर ने भी अपने ऊपर लग रहे आरोपों को लेकर हामी भरी है।
क्या है पूरा मामला ?
अमरीका के वर्जीनिया में मेगन पॉलिन जॉर्डन नामक महिला स्कूल टीचर जो पहले से शादीशुदा बताई जाती है उसने अपने ही स्कूल के एक नाबालिग छात्र के साथ यौन संबंध बनाया। ऐसा बताया जाता है की इस प्रकार के संबंध वह छात्रों के साथ जबरन बनाती थी। एक रेपरोर्ट के अनुसार जॉर्डन नामक महिला टीचर ने अपने नाबालिग छात्र के साथ यौन संबंध 2022-23 में बनाये थे। छात्र के बैडरूम से प्राप्त बेडशीट से उनके डीएनए बरामद किये गए हैं। स्कूल में टीचर के द्वारा ऐसी घटना होने के बाद चर्चा हो रही है और सभी लोग इस घटना से हैरान हैं।
उसी स्कूल के अन्य छात्रों का कहना है की अपने टीचर की इन हरकतों से वह पहले से वाकिफ हैं। छात्रों के बयान के अनुसार जॉर्डन नामक महिला टीचर अपने छात्रों के साथ ज़बरदस्ती भी किया करती थी। उसी महिला टीचर के स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र ने सोशल मीडिया पर लिखा की वह उसकी टीचर थी और उसे पता था की उसके और अन्य छात्रों के बीच कुछ गड़बड़ है।
वहाँ की स्थानीय पुलिस ने प्रेस में खबर जारी करते हुए बताया की उस टीचर को जून 2023 में गिरफ्तार किया गया था। उस बयान में ये बताया गया की 17 साल से काम उम्र के नाबालिग, वर्जीनिया कोड के तहत यौन गतिविधि के लिए कानूनी रूप से सहमति देने में सक्षम नहीं है। पुलिस को इस बारे में जून 2023 की शुरुआत में बताया गया था जिसके बाद जांच शुरू हुई और उस महिला टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया। स्थानीय पुलिस ने इस मामले में एक वयस्क और नाबालिग के बीच यौन कृत्यों को लेकर मुकद्दमा दायर किया है।
बताया जाता है की 25 साल की महिला शिक्षक जॉर्डन की शादी 2021 में ही हो चुकी थी। उसने अपने स्टूडेंट के घर में इस प्रकार के सम्बन्ध स्थापित किये। जिसके बाद किसी ने पुलिस को इसकी शिकायत दी और पुलिस ने जांच में इसे सही पाते हुए महिला शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। महिला टीचर ने अपने ऊपर लगाए आरोपों को स्वीकार कर लिया है जिसके बाद कोर्ट ने सज़ा के रूप में 50 साल की जेल की सज़ा दे दी है। कोर्ट के फैसले के बाद पुरे समाज में इस बात को लेकर चर्चा की जा रही है।
इस प्रकार की घटना भले ही अमेरका में हुई हो लेकिन कोर्ट के फैसले को देखकर संतोष की अनुभूति होती है। हमारे भारतीय समाज में इस प्रकार की घटना अधिकांशतः होती है जिसमे पीड़ित लडकियां होती है। उसके बावजूद कोर्ट से उन्हें न्याय नहीं मिल पता।
यहां अमेरिका के न्यायालय ने स्त्री और पुरुष के नज़रिये से न देखते हुए उस महिला शिक्षिका को जो सज़ा दी है वह वाकई में बहुत संतोषप्रद है और ऐसे लोगों के साथ त्वरित कार्रवाई करते हुए इस प्रकार की सज़ा ही देनी चाहिए। ऐसे लोग समाज के लिए कलंक के सामान हैं जो रिश्तों की मर्यादा को समझे बिना अपनी हवस को मिटाने निकल पड़ती हैं। उम्मीद है इस प्रकार की त्वरित कार्रवाई हमारे भारतीय समाज के न्याय प्रणाली में भी देखने को मिलेगी।