लगभग 40 सालों के बाद ऐसा एक बार फिर होगा जब भारत और पाकिस्तान एशिया कप के मुकाबले में जीत और हार तय करने फाइनल पहुंचेंगे। बीत दिनों पाकिस्तान बनाम बांग्लादेश मैच हुआ जिसमे बांग्लादेश दूसरे इनिंग में 135 रनो का आंकड़ा पूरा नहीं कर पाया और उनकी पूरी टीम 20 ओवर खेलने के बाद 9 विकेट गंवाकर मात्र 124 रन बना पाई। इस तरह पाकिस्तान ने कम रनों का आंकड़ा देते हुए भी बांग्लादेश को जीतने से रोक लिया और एशिया कप के फाइनल में पहुँच गया।
गौरतलब है की पाकिस्तान ने पहले इनिंग में बल्लेबाज़ी की थी लेकिन जिस तरह की शुरुआत पाकिस्तान की हुई थी उससे ऐसा लग रहा था जैसे पाकिस्तान ये मुकाबला नहीं जीत पाएगा। हमने देखा है की टी 20 मैचों में अक्सर 150 या उससे ज़्यादा का आंकड़ा दिया जाता है। यह बहुत ही सामान्य है और 135 रनो का टारगेट बहुत सम्मानजनक स्कोर नहीं कहा जाएगा। ऐसे में बांग्लादेश को दूसरे इनिंग में रोकना पाकिस्तान के लिए एक चुनौती की तरह था और पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने बेहतरीन गेंदबाज़ी और फील्डिंग करते हुए बांग्लादेश को हरा दिया। इस मैच में बल्लेबाज़ी तो ख़ास नहीं हुई लेकिन पाकिस्तानी गेंदबाज़ों ने, खासकर अफरीदी और रउफ ने 3 – 3 विकेट लेकर इस मैच को पाकिस्तान के खाते में डाल दिया। इसके अलावा अयूब ने भी 2 अहम् विकेट लेकर पाकिस्तान को सहारा देने की कोशिश की जो जीत में तब्दील हो गयी।
हालांकि बांग्लादेश ने भी शुरू में बहुत अच्छी गेंदबाज़ी दिखाई, तस्कीन और रिशाद ने 5 विकेट झटके और फील्डिंग के दम पर पाकिस्तान को 135 के स्कोर पर ही रोक दिया लेकिन दूसरे इनिंग में बांग्लादेश के बल्लेबाज़ बस आये और चलते बने। बांग्लादेश इस मैच के बाद अब एशिया कप से बाहर हो गया और उनकी जीत का सपना अब बस सपना रह गया।
आनेवाली रविवार, यानी 28 तारीख को भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप का फाइनल मैच खेला जाएगा। पाकिस्तान पहले ही भारत से एक मुकाबला हार चुका है इसी श्रृंखला में, ऐसे में पाकिस्तान के ऊपर बहुत ज़्यादा दबाव होगा ये मैच जीतने का। दूसरी तरफ भारतीय क्रिकेट टीम में एक से बढ़कर एक हरफनमौला खिलाड़ी है, चाहे वह बल्लेबाज़ी की बात हो या फिर गेंदबाज़ी की दोनों ही में भारत बेहतर स्थिति में है और जिस तरह से भारत ने लगातार जीत हासिल की है उससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा हुआ होगा। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच जो क्रिकेट मैच होता है, चाहे वह विश्व कप में हो, टेस्ट में हो, वनडे में हो या किसी भी शृंखला में दबाव दोनों टीमों पर बराबर ही होगा। अब देखना है की क्या पाकिस्तान इस मैच को जीत पाएगा या फिर दुबारा भारत से हार कर पाकिस्तान लौट जाएगा।

