PM मोदी को बता कर आये थे मनोज तिवारी? मनीष कश्यप के घर पर जाकर क्या कहा मनोज तिवारी ने?
नौ महीने जेल में काटने के बाद मनीष कश्यप बीते दिसंबर में रिहा हुए। पटना हाईकोर्ट से सशर्त ज़मानत मिलने के बाद उन्हें रिहा किया गया। जेल से बाहर आने के बाद से मनीष कश्यप लगातार बिहार सरकार पर हमलावर हैं। इसी दौरान उन्होंने कई टेलीविज़न चैनल और पॉडकास्ट पर अपना इंटरव्यू दिया जिसमे उनकी राजनीति में जाने की भी चर्चा हुई। इसी बीच बीजेपी सांसद मनोज तिवारी मनीष कश्यप के घर पहुंचे। मुलाक़ात के दौरान मनोज तिवारी ने कहा की भाजपा आईटी सेल ने मनीष कश्यप का भरपूर समर्थन किया।
मनीष कश्यप मझौलिया के डुमरी महनवा गाँव के रहने वाले हैं। उनके इसी आवास पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी पहुंचे और उनसे मुलाक़ात की। इस दौरान हज़ारों की संख्या में समर्थक वहाँ उपस्थित थे। मनोज तिवारी ने बताया की भाजपा ने मनीष का समर्थन किया है। मोदी जी को भी ये पता है की मैं मनीष के घर आया हूँ। दूसरी ओर मनोज तिवारी बिहार सरकार पर बरसते हुए कहते हैं की सरकार ने इनकी आवाज़ को दबाने का काम किया है। इसका जवाब सरकार को ज़रूर मिलेगा। उन्होंने कहा की जिस प्रकार की गरीबी में रहकर मनीष कश्यप ने लोगों की आवाज़ उठाई है वह प्रशंसनीय है।
तिवारी ने आगे कहा की मनीष के साथ बहुत अन्याय हुआ है। जिन्होंने अन्याय किया है उन्हें जवाब ज़रूर मिलेगा। एक पत्रकार की सोच को दबाना और उस पर NSA लगाना बहुत ही गलत है। सरकार सोच का दमन नहीं कर सकती है। हम मनीष को अकेला नहीं छोड़ सकते हैं। मेरी नज़र में मनीष की इज़्ज़त और बढ़ गयी है। वो सरकार क्या जो जनता की आवाज़ से डर गए। ये जनहित की बात करते हैं। किसी की आवाज़ को सुनने की बजाए सज़ा देना गलत है।
मनीष कश्यप से उनके आवास पर मुलाक़ात के दौरान सांसद मनोज तिवारी ने ये सब बाते कही। इसी बीच मनोज तिवारी से सवाल किया गया की क्या मनीष कश्यप बीजेपी में शामिल होने वाले हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने बस एक हंसी से टाल दिया। मनीष कश्यप ने बताया की उन्होंने 5000 वीडियो बनाया है। इसमें से लगभग 4000 बीजेपी शासित राज्य में घूम-घूमकर बनाये हैं। उन्होंने मोदी जी से भी सवाल किया मगर बीजेपी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
बीजेपी में शामिल होने की हवा बनाई जा रही है?
मनोज तिवारी से मनीष कश्यप की मुलाक़ात के बाद ऐसी हवा बनती दिख रही है की आने वाले समय में मनीष कश्यप बीजेपी में शामिल हो सकते है। हालांकि इस तरह के बयान किसी भी पक्ष की तरफ से नहीं आया है लेकिन माहौल को देखते हुए इस प्रकार का अंदेशा लगाना मुश्किल नहीं है। ऐसे में अगर मनीष कश्यप बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो पार्टी को फायदा होगा। शायद यही कारण है की बीजेपी अपने बड़े नेता को मनीष कश्यप से मिलने भेज रही है। चूँकि चुनावी दौर शुरू हो चुका है तो ऐसे में ये एक पॉलिटिकल स्टंट भी हो सकता है।
मनीष कश्यप से लगातार इस तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं की वह राजनीति में शामिल होंगे या नहीं? ऐसे सवाल इसलिए भी पूछे जा रहे हैं क्योंकि उनकी लड़ाई सीधे तौर पर बिहार सरकार से है और यह उनके बयानों से भी पता चलता है। ऐसे में राजनीति को लेकर पूछे जा रहे सवाल बहुत ही स्वाभाविक हैं। अब देखना है की मनीष कश्यप का अगला कदम क्या होता है?
चुनाव करीब है ऐसे में मनीष अगर राजनीति में एंट्री की सोच रहे हैं तो इससे बेहतर मौक़ा शायद ही उन्हें मिल सकता है। बिहार में बीजेपी की पोजीशन पहले से बहुत बेहतर दिखाई दे रही है और ऐसे में अगर मनीष कश्यप को बीजेपी का टिकट मिल जाता है तो शायद उनकी जीत और पक्की हो जाएगी।