तो क्या इसलिए अलग हो गए थे राजद से नीतीश कुमार? जाने नीतीश ने क्या आरोप लगाए
राजद से अलग होने का कारण नीतीश कुमार ने अपने बयान के ज़रिये कल बता दिया। बीते दिनों बिहार की मौजूदा NDA सरकार को फ्लोर टेस्ट में अपना बहुमत साबित करना था और 130 विधायकों के साथ NDA सरकार ने अपनी स्थिति बचा ली। लेकिन इन सब के अलावा बीते दिनों दोनों पक्ष और विपक्ष की ओर से जमकर आरोप-प्रत्यारोप हुए। पिछले दिनों हमने तेजस्वी यादव के बयान से सम्बंधित बातें अपने वेबसाइट पर डाली थी। कल ही नीतीश कुमार ने भी बहुत ज़्यादा संगीन आरोप लगाए थे और ये आरोप राजद के ऊपर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने इन्ही कारणों को दोषी मानते हुए राजद से दुरी बना ली और वापस अपने पुराने गठबंधन में शामिल हो गए।
क्या आरोप लगाए नीतीश कुमार ने?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद के 15 साल के कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा की इन लोगों ने बिहार के लिए किया ही क्या है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी बात शुरू की ही थी की उसी बीच विरोधी खेमे के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद नीतीश कुमार थोड़े गुस्से में भी दिखे। उन्होंने बिहार में सांप्रदायिक दंगों के लिए भी राजद को ज़िम्मेदार ठहराते हुए उनकी सरकार का हवाला दिया। नीतीश कुमार ये दावा करते दिखे की उनके राज में बिहार के अंदर रात 12 बजे तक महिलाएं आराम से घूमती है।
बिहार में सड़कों की स्थिति को लेकर, शिक्षा की बात को लेकर और साम्रदायिक झड़पों को लेकर नीतीश कुमार ने राजद के पुराने कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा की उनके समय की स्थिति बहुत विकट थी। महिलाओं के उद्धार और उनकी शिक्षा के लिए किये गए प्रयास को भी नीतीश कुमार ने अपनी उपलब्धियों में गिनाते हुए राजद सरकार के कार्यकाल से उसकी तुलना की।
राजद ने नहीं मानी बात, करते रहे मनमानी?
नीतीश कुमार ने राजद पर आरोप लगाते हुए कहा की जब वह पहली बार राजद के साथ गठबंधन में शामिल हुए तो उनको नीतीश कुमार की सभी शर्तें और विकास कार्यक्रम की परियोजना मंजूर थी। लेकिन समय के साथ उन्होंने इसे अपने तरीके से चलाना शुरू कर दिया। इसके साथ ही बातों-बातों में नीतीश कुमार ने ये भी आरोप लगाया की राजद ने शिक्षा मंत्रालय में चल रही गड़बड़ी को देखने से रोक दिया। इसके अलावा कांग्रेस के पास जितनी सीटें थी उसके अनुसार महागठबंधन सरकार में उन्हें भी अधिक सीटें मिलनी चाहिए लेकिन कांग्रेस को अधिक मंत्रालय नहीं दिया गया।
उन्होंने अपने बयान में भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए कहा की उन्हें खबर मिली है की लोग कमा रहे हैं। राजद पर इसका आरोप मढ़ते हुए उन्होंने कहा की वह आज भी ऐसे लोगों को अपने साथ रखे हुए हैं। अंदरूनी लेन-देन को लेकर भी नीतीश कुमार ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा की वह इसकी जांच करवाएंगे और जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विधायकों के विरोध और हो रहे हंगामें को देखते हुए नीतीश कुमार ने कहा की वह बिहार के हित में काम करते रहेंगे और उसके अलावा जिस कम्युनिटी की बात विरोधी पार्टी करते हैं उनका भी ख्याल रखेंगे। नीतीश कुमार ने विरोधी पार्टी में बैठे कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों की तरफ इशारा करते हुए उन्हें अपना बताया और कहा की अगर आपको भी कोई परेशानी होगी तो आप हमारे पास आइयेगा, हम उस पर भी बात करेंगे। नीतीश कुमार ने कहा की इधर सब साथ देने वाला ही आपको मिलेगा।
लगातार 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले नीतीश कुमार ने NDA में वापसी की है और उन्होंने अपने बयान में ये बात कही की वह अब अपनी पुरानी जगह आ चुके हैं और हमेशा के लिए यहीं रहेंगे। हालांकि नीतीश कुमार ने ऐसा बयान पहले भी दिया है जब वह बीजेपी से अलग होने के बाद राजद के साथ मिल गए थे और इस प्रकार लगभग 4 बार इस प्रकार के बयान भी सुनने को मिले हैं। जब उन्होंने कहा की वह अब कभी इधर या उधर नहीं जाएंगे। राजद ने भी बीजेपी से सवाल करते हुए पूछा की क्या मोदी जी इस बात की गारंटी लेंगे की नीतीश कुमार इसके बाद नहीं पलटेंगे?