पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का दावा,’ललन सिंह और विजेंद्र यादव मिलकर तेजस्वी को CM बनाना चाहते थे’

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का दावा,’ललन सिंह और विजेंद्र यादव मिलकर तेजस्वी को CM बनाना चाहते थे’

ललन सिंह के जेडीयू अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद तरह-तरह के बयान और खबरें आ रही है। इसको लेकर अब तक बीजेपी, राजद और हम पार्टी के नेता ने बयान दिए हैं। इन्ही में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा दावा किया है। जीतनराम मांझी का कहना है की ललन सिंह का इस्तीफा दो महीने पहले की बात है। ललन सिंह और विजेंद्र यादव ने मिलकर मौजूदा उपमुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया था। इसी बात को लेकर नीतीश कुमार में नाराज़गी थी।

मांझी ने आगे बताया की जब मांझी को सीएम पद से हटाया गया तो उन्होंने कहा था की तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाना बहुत बड़ी गलती होगी। शायद यही बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मन में थी और उन्होंने इस प्रस्ताव को सिरे से नकार दिया। ललन सिंह के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही अब जदयू के पार्टी अध्यक्ष पद संभालेंगे। पार्टी की इस प्रक्रिया के बाद बिहार में चर्चा का बाज़ार गरम है और आगे कुछ भी होने का अंदाज़ा है। इसमें नीतीश कुमार वापस NDA में शामिल हो जाएंगे ऐसे कयास भी लगाए जा रहे हैं।

नीतीश के अध्यक्ष बनने पर क्या बोले तेजस्वी यादव

पटना में पत्रकारों से बात करने के दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा की यह उनके पार्टी का एजेंडा है। नीतीश कुमार पहले भी पार्टी अध्यक्ष रहे हैं। वह सर्वमान्य नेता है। और ये अच्छी बात है की वह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं। बीजेपी को हराने के लिए जो एजेंडा हम लोगों का है उस पर काम करेंगे। नीतीश के NDA में शामिल होने की बात को लेकर
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा की उनके पास जनता के कोई मुद्दे नहीं है। इंडियन गठबंधन से डरकर वह लगातार बयानबाज़ी कर रहे हैं।

ये पार्टी अब बचने वाली नहीं – सम्राट चौधरी

ललन सिंह के इस्तीफे के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई और सभी नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रया देने में लगे हैं। इसी में बीजेपी के मौजूदा बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है की मेरी बात सही हो रही है। सम्राट के अनुसार जिस दिन नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने NDA से नाता तोड़ा था उसी दिन उन्होंने ये भविष्यवाणी कर दी थी की ये पार्टी अब बचने वाली नहीं।

धीरे-धीरे उनकी बात सच होने लगी। सम्राट चौधरी के अनुसार कुछ दिन पहले से ही चल रहा था की ललन सिंह जदयू के कम और राजद के नेता के रूप में काम कर रहे हैं। नीतीश कुमार के साथ धोखा हुआ है। अब नीतीश कुमार को भी ये अनुभव हो गया होगा की उस पार्टी में नीतीश कुमार के लिए कोई जगह नहीं है।

राजद में विलय तय था – सुधील मोदी

पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशिल मोदी ने भी ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर अपनी प्रतिक्रया दी है। सुशिल मोदी के अनुसार यदि ललन सिंह को समय रहते नहीं हटाया गया होता तो वो लालू यादव का एजेंट बनकर जदयू का राजद में विलय करा कर ही मानते। उन्होंने कहा की ललन सिंह छुप बैठने वालों में से नहीं है इसलिए कुछ और देखने को अभी मिल सकता है। नीतीश को अब उनसे सावधान रहने की ज़रूरत है।

सुशिल मोदी ने अपने विरोधियों को जवाब देते हुए कहा की जो लोग ललन सिंह के हटने की खबरों को मीडिया और भाजपा का खेल बता रहे थे, उन्हें मुंह छिपाना पडेगा। बिहार को भाजपा मुक्त करवाने वाले को पार्टी ने ही मुक्त कर दिया। जदयू के भीतर अब दो गुट बन चुके हैं जिनमे एक लालू समर्थक है तो दुसरा भाजपा के प्रति सद्भाव रखता है।

2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की राजनीति पूरी तरह से गर्म हो चुकी है। ऐसी उम्मीद है की अगले कुछ दिनों में बिहार के सियासी गलियारों से बड़ी खबर आने की उम्मीद है। बिहार में पहले भी उठा-पटक की राजनीति हो चुकी है लेकिन चुनाव के ठीक पहले इस तरह के स्टंट किस पार्टी के लिए फायदेमंद होंगे ये देखने वाली बात होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *