बुआ को हो गया भतीजे से प्यार, रिश्तों की मर्यादा लांघती बिहार की ये घटना
आज के मौजूदा दौर में रिश्ते सिर्फ मतलब के रूप में रह गए हैं। संस्कार, मर्यादा और इज़्ज़त जैसे शब्द आज के युवा ना तो सुनना चाहते हैं और ना ही उसपर ध्यान देना चाहते हैं। इसी विषय से जुडी बिहार में एक घटना हुई है जहां बुआ और भतीजा के बीच प्रेम हो गया। परिवार में विरोध के बावजूद सभी की बातों को दरकिनार करते हुए इन दोनों ने साथ जीने और मरने की कसमे तक खा ली। प्यार अंधा होता है ये समाज की ऐसी घटनाओं से आज साबित हो रहा है।
बिहार के मुंगेर जिले में ये घटना हुई है। जहां एक युवती को एक युवक से प्यार हो गया। जबकि रिश्ते में ये बुआ और भतीजा लगते हैं। प्यार परवान चढ़ा और पुलिस की सहायता से दोनों ने शादी भी कर ली। बताया जाता है की यह प्रेम प्रसंग पिछले 3 सालों से चल रहा था। चूँकि दोनों बालिग़ थे तो इसमें पुलिस ने भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की और उनकी शादी करवा दी। इलाके में इनकी ही प्रेम कहानी की चर्चा चल रही है।
क्या है पूरा मामला ?
मुंगेर के हवेली खड़गपुर इलाके में इस प्रकार की अनोखी घटना हुई है। जिसमे रिश्ते में बुआ और भतीजा लगने वाले प्रेमी युगल ने परिवार की मर्ज़ी के खिलाफ शादी कर ली। कहा जाता है की प्यार न धर्म देखता है और ना जात लेकिन यहां रिश्ता भी नहीं देखा गया। यही कारण है की यह खबर अभी सुर्ख़ियों में है। प्राप्त जाकारी के अनुसार उसी गाँव के पप्पू तांती के बेटे रोहित कुमार को पड़ोस में रहने वाली उषा कुमारी से प्रेम हो गया। उषा रिश्ते में रोहित की बुआ लगती थी। पिछले 3 सालों से उनके बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था।
दोनों के बीच प्यार की भनक किसी परिवार वालों को नहीं लगी लेकिन हंगामा तब हो गया जब बीते 3 नवम्बर को दोनों बहाना बनाकर कोर्ट गए और वहाँ शादी कर ली। चुपके से शादी करने के बाद दोनों अपने अपने घर लौट लाये और किसी को कुछ भी नहीं बताया। धीरे-धीरे वो एक-दूसरे से मिलते रहे लेकिन वो कहते हैं न “इश्क़ छुपता नहीं छुपाने से” और एक दिन उनके परिवार जनों को भनक लग गयी। उषा के घरवाले ने इस बात का विरोध किया और उषा के आने-जाने पर रोक लगा दी।
हालांकि उषा ने परिवार को मनाने की बहुत कोशिश की लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ। इसके बाद वह पुलिस की शरण में चली गयी। रोहित ने पहले ही अपनी पत्नी को बंधक बनाने की शिकायत खड़गपुर थाने में कर दी थी। थानाध्यक्ष ने दोनों परिवार को बुलाकर इसमें समझौता करने की बात की। वहाँ तक मामला शांत हो गया लेकिन फिर कुछ समय बाद हंगामा होने लगा।
माजूदा समय में उषा के परिजनों ने उषा को रोहित से मिलने से मना कर दिया था। उषा ने अपने प्रेमी रोहित को ये जानकारी दे दी। घर वालों की इस हरकत के बाद रोहित फिर से थाने में मदद मांगने चला गया। इस बार भी दोनों के परिवार जनों को थाने पर बुलाया गया लेकिन रोहित और उषा अपनी शादी की जिद पर अड़ गए। पुलिस वालों की मदद के बाद उन दोनों की शादी उनके परिवारजनों की मौजूदगी में ही करवा दी।
इस कहानी में पुलिस वालों का साफ़ कहना है की दोनों लड़का लड़की बालिग़ है और ऐसे में उन दोनों को रोकने का अधिकार कानून के पास नहीं है। वो दोनों एक दूसरे के साथ रहना चाहते हैं और कानूनी तौर पर उन्हें अपना फैसला लेने का हक़ है। अब तक इस मामले में किसी पक्ष की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है।