‘सनातनीयों के पुनर्जागरण का समय आ गया है’, कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का पलटवार
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आज कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह को लेकर बयान दिया है। गिरिराज सिंह ने कहा है की जब राम लला तम्बू के अंदर थे तब वो कभी उनके दर्शन को गए थे? जब बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिराया जा रहा था तब वो वहाँ मौजूद थे? जो कभी उस स्थल पर गया ही नहीं उसको बोलने का अधिकार कैसे है? दरअसल ये सारी बातें तब शुरू हुई जब दिग्विजय सिंह ने X पर पोस्ट करते हुए राम मंदिर को लेकर कुछ बातें लिखी।
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर लिखा की कांग्रेस ने कभी राम मंदिर का विरोध किया ही नहीं। कांग्रेस ने बस कोर्ट के फैसले का इंतज़ार किया। इसके अलावा उन्होंने ये भी लिखा की गैर विवादित भूमि पर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पहले ही भूमि पूजन कर लिया था। बीजेपी का मकसद बस विध्वंस करना था और उन्होंने वही किया। RSS का मकसद बस मस्जिद गिराना था, मंदिर निर्माण नहीं। विध्वंस उनका चरित्र है और अशांति फैला कर राजनितिक लाभ लेना उनकी रणनीति है। इसके अलावा उन्होंने कारसेवकों में शहीद हुए लोगों को याद करते हुए बीजेपी से पूछा की क्या उन्होंने उनको आमंत्रित किया है?
गिरिराज सिंह का पलटवार
कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बयान दिया है। गिरिराज सिंह ने अपने बयान में दिग्विजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा की वह अफवाह फैला रहे हैं। उन्होंने आगे कहा की दिग्विजय सिंह क्या हमारे साथ विवादित ढांचा देखने गए थे? सनातनियों के द्वारा हुए विध्वंस के समय क्या आप वहीं खड़े थे? जब तम्बू में राम लला विराजमान थे उनका दर्शन किया था? आपने नहीं किया था क्योंकि ये सौभाग्य आपको नहीं मिला था।
गिरिराज सिंह ने आगे कहा ये सौभाग्य उन सनातनियों को मिला जिन्होंने उस ढांचे का विध्वंस किया और श्री राम लला के टेंट की दुर्दशा को देख कर के उसी समय नारा लगाया था की ‘राम लला हम आएँगे, मंदिर वहीं बनाएँगे’। प्रभु श्री राम ने उसके बाद ऐसी लीला रची की आने वाली 22 तारीख को वह पूर्ण रूप से विराजमान हो जाएंगे। इस समय देश में उत्सव का माहौल बन गया है। ऐसा लग रहा है की सनातनियों के पुनर्जागरण का समय आ गया है।
#WATCH | On Congress leader Digvijaya Singh's statement, Union Minister Giriraj Singh says, " …Did Digvijaya Singh visit Lord Ram in the tent? No, he didn't, he did not get that opportunity…The Sanatanis who went there saw the condition of the tent and raised the slogan 'Lord… pic.twitter.com/hhCagkJEQt
— ANI (@ANI) January 16, 2024
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का ये बयान आज ANI को दिया गया है। उन्होंने ये बयान कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के पलटवार के रूप में दिया है। आने वाली 22 जनवरी को लेकर कांग्रेस के अध्यक्ष और सोनिया गांधी सहित अन्य नेताओं को निमत्रण दिया गया था जिसको उन्होंने ठुकरा दिया। अभी दिग्विजय सिंह का बयान ये है की कांग्रेस ने राम मंदिर का विरोध नहीं किया। ऐसे में ये समझना मुश्किल है की कांग्रेस की मंशा आखिर क्या है? अगर राम मंदिर के विरोध में कांग्रेस नहीं है तो कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर आये निमंत्रण पत्र को क्यों ठुकरा दिया।
कांग्रेस शुरू से ही बीजेपी के राम मंदिर के मुद्दे को राजनितिक लाभ के लिए बताती आयी है। कांग्रेस का ये आरोप है की बीजेपी राम के नाम पर राजनीति करती है। कांग्रेस ने हमेशा राम मंदिर का समर्थन संवैधानिक प्रक्रिया के तहत किया है। दूसरी तरफ कांग्रेस के ही नेता कपिल सिब्बल ने सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड की तरफ से कोर्ट के अंदर बाबरी मस्जिद की पैरवी में सहयोग करते पाए गए थे। लोकसभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है और अभी ऐसी बयानबाज़ी और होने की उम्मीद है। देखना है की राम मंदिर को लेकर कौन सी पार्टी की विचारधारा देश को रास आती है।
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