सोनिया गांधी को माफ़ नहीं कर पाए प्रणव मुख़र्जी, बेटी शर्मिष्ठा ने किया खुलासा
वैसे तो गांधी परिवार के कई ऐसे राज़ हैं जो समय समय पर कोई न कोई खोल ही देते हैं। चाहे वो राजनीती से सम्बंधित हो या फिर इतिहास से, लगभग सभी मोर्चे पर गांधी परिवार कही न कही घिरते आये हैं। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जब दिवंगत राष्ट्रपति सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणव मुख़र्जी की बेटी शर्मिष्ठा ने अपनी किताब में भूतपूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को लेकर एक जानकारी साझा की।
हालांकि इस किताब में शर्मिष्ठा ने अपने पिता के हवाले से कई और खुलासे किये किन्तु सोनिया गांधी से सम्बंधित जो बात उन्होंने अपनी किताब में बताई वो बहुत अजीब है। इस किताब में उन्होंने ये बताया की क्यों प्रणव दा कभी निजी तौर पर सोनिया गांधी को माफ़ नहीं कर पाए?
शर्मिष्ठा की किताब ‘प्रणव,माई फादर: ए डॉटर रिमेम्बर्स’ में लिखा है की उनके पिता प्रणव मुख़र्जी और नरसिम्हा राव बहुत करीबी और अच्छे मित्र थे। लेकिन प्रणव दा के दिल में उनके निधन को लेकर एक टीस हमेशा से रही। दरअसल नरसिम्हा राव के निधन के बाद उनके शव को सोनिया गांधी ने कांग्रेस के कार्यालय में घुसने नहीं दिया। शर्मिष्ठा के अनुसार, प्रणव दा इस घटना से बेहद आहत हुए थे और उसको शर्मनाक बताया था।
नरसिम्हा के साथ बुरा व्यवहार, गांधी परिवार बना कारण
शर्मिष्ठा अपने पिता के बारे में बताते हुए कहती हैं की उन्हें उनके पिता ने कई बार इस बारे में बात की थी। प्रणव दा हमेशा कहते थे की गांधी परिवार ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया और इसका कारण उन्होंने सोनिया गांधी को बताया। यही कारण था की प्रणव मुख़र्जी कभी भी सोनिया गांधी को निजी तौर पर माफ़ नहीं कर पाए।
प्रणव के भारत रत्न समारोह में कांग्रेस परिवार नहीं हुआ शामिल
शर्मिष्ठा की इस किताब के हवाले से ये दावा किया गया की जब मोदी सरकार ने प्रणव मुख़र्जी को भारत रत्न दिया, उस समय कोई भी गांधी परिवार का सदस्य वहाँ मौजूद नहीं था। जब शर्मिष्ठा ने ये सवाल अपने पिता से पूछा की उन्हें बुरा नहीं लगा ? इस पर प्रणव मुख़र्जी का कहना था की इसमें कौन सी बड़ी बात है, जब नरसिम्हा राव के शव को कांग्रेस कार्यालय के अंदर नहीं जाने दिया गया तो मेरे कार्यक्रम में गांधी परिवार का सम्मिलित न होना कौन सी बड़ी बात है ?
बाबरी मस्जिद का भी किया ज़िक्र
शर्मिष्ठा की इस किताब में बाबरी मस्जिद के विध्वंस से सम्बंधित कुछ बाते साझा की। प्रणव मुख़र्जी के अनुसार, बाबरी मस्जिद का विध्वंस आज़ादी के बाद देश का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट बना। शाहबानो मामले पर क़ानून बनाने के बाद हिन्दुओं का बहुत बड़ा वर्ग कांग्रेस का विरोध करने लगा था और इससे पार्टी की छवि को नुकसान हुआ था। इसी छवि को बेहतर बनाने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अयोध्या में राम जन्मभूमि का ताला खुलवाया था।
पहले भी गांधी परिवार पर लगे हैं आरोप
गांधी और विशेषकर सोनिया गांधी परिवार पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं। चाहे वह उनकी शिक्षा से सम्बंधित हो या फिर उनकी नागरिकता से सम्बंधित। उनके धर्म को लेकर भी कई खुलासे किये गए हैं जिसे खुले मंच पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कई बार साझा किया है। सुब्रमणियम स्वामी ने तो कुछ बातें साबित करने के लिए RTI और केस का भी सहारा लिया था। ऐसे ही एक और वाकया जगज़ाहिर हो गया जब राहुल गांधी के पास एक से ज़्यादा देशों के पासपोर्ट होने की बात सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी।
मौजूदा समय में कांग्रेस के ऊपर विभिन्न तरह के आरोप लगते रहे हैं और कभी भी खुले मंच से ना तो सोनिया गांधी ने इन आरोपों का खंडन किया है और न ही राहुल गांधी ने इस विषय पर कभी कुछ कहा है। देश भर में 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और ऐसे में इस तरह की बातें निकल कर आना कांग्रेस के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।