नीतीश की जेडीयू का राजद में हो जाएगा विलय? गिरिराज सिंह का सनसनीखेज दावा
बिहार में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नज़दीक आ रही है वैसे-वैसे बयानबाज़ी का दौर गर्म होता जा रहा है। कुछ दिनों पहले केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने ये दावा किया था की लालू यादव से उनकी मुलाक़ात फ्लाइट में हुई थी। वहाँ से आने के बाद केंद्रीय मंत्री ने मीडिया कर्मियों से कहा था की लालू जी ने उनसे बात करने के दौरान बताया था की जब तक बिहार में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे तब तक बिहार आगे नहीं बढ़ेगा। हालांकि इसके बाद तेजस्वी का बयान भी आया था जिसमे उन्होंने इस बात को नकारते हुए उनपर अलग ही आरोप मढ़ दिया था।
इस बार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अलग ही दावा किया है। ललन सिंह की राजद के साथ बढ़ती नज़दीकियों को लेकर राजनितिक गलियारे में सुगबुगाहट होने लगी। इसी बीच गिरिराज सिंह ने कहा की जल्द ही नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का राजद में विलय होने वाला है। और ये बयान उस समय आया है जब ललन सिंह और नीतीश कुमार के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं की शायद आने वाले वक़्त में नीतीश कुमार अपने पार्टी की कमान खुद संभालेंगे।
क्या कहा गिरिराज ने ?
शनिवार को मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा की ज़्यादा कुछ नहीं बोलेंगे लेकिन इतना ज़रूर कहेंगे की जितनी जल्दी हो सके आने वाले दिनों में जेडीयू का राजद में विलय हो जाएगा। इनके इस बयान के बाद उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गिरिराज का जवाब देते हुए कहा की वो अपनी बात किसी और के मुंह पर डालना चाहते हैं। इस तरह नहीं चलता है। उनको कुछ न कुछ बोलते ही रहना है।
गिरिराज की बात पर अपनी बात रखते हुए तेजस्वी ने कहा की गिरिराज सिंह स्वयं चिंता में है। इनको शक है की दुबारा उनको लोकसभा का टिकट मिलेगा या नहीं। जिस प्रकार पिछले मुख्यमंत्रियों को हटाकर नया मुख्यमंत्री तीनो प्रदेश में चुना गया है ऐसे में उन्हें डर है की कहीं उनके साथ भी ऐसा ना हो जाए। तेजस्वी के अनुसार गिरिराज ने आगे बताया की एक-दो केंद्रीय मंत्रियों के अलावा अन्य केंद्रीय मंत्रियों की भी नहीं चलती है।
तेजस्वी यादव ने पहले भी कहा है की महागठबंधन से घबराकर बीजेपी इस तरह की बयानबाज़ी कर रही है। INDIA गठबंधन में सभी पार्टियां एकजुट हैं और चुनाव के लिए तैयार है। सभी नेता मोदी सरकार को हटाने के लिए तैयार हैं। जबकि दूसरी तरफ INDIA गठबंधन की चौथी बैठक में नीतीश कुमार और लालू यादव बीच मीटिंग में ही नाराज़ हो कर चले गए थे। महागठबंधन की मीटिंग के बाद होने वाली प्रेस कांफ्रेंस में भी उन्होंने हिस्सा नहीं लिया और चले गए।
दरअसल हुआ ये था की महागठबंधन की चौथी बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए सुझाया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी ममता के इस सुझाव का समर्थन किया था। दलित प्रधानमंत्री के नाम पर महागठबंधन में शामिल कुछ अन्य नेताओं ने भी ममता के इस सुझाव पर हामी भरी थी। खड़गे का नाम प्रस्तावित होते ही नीतीश और लालू नाराज़ हो गए थे।
जदयू के राजद में विलय को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान ने बिहार की राजनीती में एक ट्विस्ट डालने की कोशिश की है। ऐसे में ललन सिंह और नीतीश कुमार के बीच हो रहे मनमुटाव पर स्थिति कब स्पष्ट होगी ये तो आने वाला समय बताएगा। फिलहाल बिहार में 2 बड़ी पार्टियां, बीजेपी और राजद अपने-अपने चुनावी गणित में लगे हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहते हैं और आये दिन उनकी ओर से बयानबाज़ी होती रहती है। कुछ दिनों पहले गिरिराज सिंह ने हिन्दुओं से झटका मीट खाने की अपील की थी। उसके बाद उन्होंने लालू यादव को लेकर बयान दिया था।
लोकसभा चुनाव में अभी कुछ ही महीने बाकी हैं ऐसे में बयानबाज़ी की घडी और तेज़ घूमने वाली है। अब देखना है की जोड़-तोड़ की राजनीति में कौन सी पार्टी अगले चुनाव में बाज़ी मारती है।