अयोध्या में शराब और मांस की बिक्री पर लगेगा प्रतिबंध? एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का नाम भी बदला योगी सरकार ने
22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसको लेकर बहुत सारी खबरें आ रही हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या को उसकी प्राचीन पहचान दिलवाने में लगे हैं। इसी से सम्बंधित एक और जानकारी आ रही है जिसमे ये कहा जा रहा है की अयोध्या में मांस और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। योगी सरकार ने अयोध्या के परिक्रमा क्षेत्र में शराब बंदी का फैसला कर दिया है।
ऐसी जानकारी मिली है की उस क्षेत्र में मौजूद शराब की दुकानें हटवाई जाएंगी। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया है की 5 कोसी परिक्रमा क्षेत्र को मद्य-निषेध घोषित किया जा चुका है। उन्होंने बताया की श्रीराम मंदिर क्षेत्र को पहले से ही मदिरा मुक्त किया जा चुका है और अब 5 कोस तक शराब की दुकानों को हटाया जाएगा। इसको लेकर पहले भी चर्चा की गई थी जिसे अब लागू कर दिया गया है।
योगी ने पहले ही कर दी थी घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम की नगरी अयोध्या में मांस और मदिरा पर प्रतिबंध लगाने के संकेत पहले ही दे दिए थे। हालांकि मांस को लेकर अभी कोई स्पष्ट खबर नहीं आई है लेकिन ऐसी उम्मीद की जा सकती है की राम मंदिर क्षेत्र में मांस की बिक्री को रोक दिया जाए। शराब पर पूर्ण रूप से उस विशेष क्षेत्र में प्रतिबंध लगा दिया गया है। योगी ने कहा था की अयोध्या धर्मनगरी है और ऐसे में जनभावनाओं का सम्मान करते हुए मांस और मदिरा का उपयोग निषेध होना चाहिए।
राम मंदिर की तैयारी ज़ोरों पर है। सभी गणमान्य लोगों को निमंत्रण भी भेजे जा चुके हैं। आने वाली 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला विराजमान हो जाएंगे। अयोध्या को पुरे तरीके से राम नगरी और धर्मनगरी बनाने को लेकर योगी सरकार तत्पर दिखाई देती है। दूसरी ओर विपक्षी इसे हिन्दू राष्ट्र की ओर अग्रसर बताते हैं। राम मंदिर शुरू से एक विवादित मामला रहा है ऐसे में वहाँ मंदिर की स्थापना श्रद्धालुओं के लिए जीत की तरह है।
एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का बदला नाम
अयोध्या को राम नगरी बनाने के लिए ना सिर्फ शराब और मांस का प्रतिबंध लगाया गया है बल्कि अयोध्या के रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का भी नाम बदल दिया गया है। और ये ऐसे वक़्त में हुआ है जब लोकसभा चुनाव नज़दीक है। हालांकि योगी सरकार ने तो पहले भी जगहों के नाम बदले हैं लेकिन ऐन चुनाव के मौके पर इस तरह के कार्य सरकार के आत्मविश्वास को दिखाती है। अयोध्या के रेलवे स्टेशन का नाम अब अयोध्या धाम जंक्शन कर दिया गया है। वहीं अयोध्या एयरपोर्ट को अब महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट अयोध्या धाम कर दिया गया है।
अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। एक ओर कांग्रेस अपनी चुनावी तैयारी को रूप देने में लगी है वही दूसरी ओर बीजेपी ज़ोर-शोर के साथ राम मंदिर की तैयारी में मशगूल दिखाई देती है। हालांकि ये भी सच है की बीजेपी ने राम मंदिर का मुद्दा एक लम्बे समय से पकड़ा हुआ था। दूसरी ओर कांग्रेस हमेशा राम मंदिर के खिलाफ दिखाई देती रही।
ऐसे में राम मंदिर का पूरा क्रेडिट बीजेपी अपने पास रखना चाहती है और पार्टी को ये पता है की आने वाले चुनाव में ये तुरुप का पत्ता बन सकती है। हालांकि मौजूदा केंद्र सरकार के पास गिनाने को कई काम मौजूद हैं लेकिन राम मंदिर जन भावना से प्रेरित है और मौजूदा परिदृश्य में धार्मिक पहचान मायने रखती है।
अयोध्या में पूरी तैयारियां लगभग समाप्ति पर हैं। जनवरी के महीने में लोग धीरे-धीरे वहाँ पहुंचना शुरू कर देंगे। होटल आदि बहुत पहले से ही लोग बुक करवा रहे थे जिसको देखते हुए होटल के रेट बहुत ज़्यादा बढ़ा दिए गए। हालांकि बाद में योगी सरकार ने इसको देखते हुए सख्ती की है।
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