आज गांधी जयंती है। हर साल 2 अक्टूबर के दिन उनकी जयंती मनाई जाती है। गांधी सत्य और अहिंसा के लिए देश सहित पुरे विश्व भर में विख्यात थे। यही कारण है की आज़ादी के बाद अगर सबसे बड़ा महानायक बनकर कोई उभरा था तो वह महात्मा गांधी थे। आज के दिन सरकारी छुट्टी भो घोषित की जाती है और शराब की दुकानें भी बंद होती हैं। गांधी को लेकर भारत में एक अलग प्रकार की छवि है जो इन्हे युगपुरुष बनाती है। पिछले 100 साल में शायद गांधी ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति होंगे जिनकी चर्चा किताबों में, राजनीति में और सामाजिक जीवन में होती रहती है। लेकिन उनकी ह्त्या के आरोप में नाथूराम गोडसे को भी लोग उसी तरह से अमर बना चुके हैं। और आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नाथूराम गोडसे अमर रहे के नारे लग रहे हैं।
नाथूराम गोडसे Trending
30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी पर गोलियां चलाई थी जिसके बाद गांधी हमेशा के लिए इस दुनिया को छोड़ कर चले गए। लेकिन आज भी उनकी याद उसी तरह जीवित है जैसे वो साक्षात् निवास करते हों। ठीक उसी प्रकार नाथूराम गोडसे जिन्हे गाँधी की ह्त्या का आरोपी बनाया गया था, उसी तरह से प्रत्येक साल इनको भी याद किया जाता है। नाथूराम गोडसे के अनुसार गांधी की ह्त्या के पीछे एक नहीं बल्कि कई वजहें थी और जो सबसे बड़ी वजह थी वह ये थी की पाकिस्तान के बंटवारे में गांधी का झुकाव पाकिस्तान के समक्ष होना। ये नाथूराम गोडसे का मानना था।
उसके अलावा भी और भी कई बातें थी जिसको लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी उपलब्ध हैं। नाथूराम गोडसे का ये मानना था की गांधी की अहिंसा और सत्य की बातें या तो खोखली हैं या फिर केवल एक पक्ष के लिए हैं। जैसे ही दूसरे पक्ष की बात आती है, गांधी पक्षपाती हो जाते हैं। गोडसे ने नोआखली में हुए दंगे को लेकर भी गांधी को सीधे-सीधे कसूरवार ठहराया था और उस घटना को लेकर नाथूराम के दिल में गांधी के प्रति एक नफरत की ज्वाला पनपने लगी थी।
आज गांधी जयंती के अवसर पर सोशल मीडिया पर नाथूराम गोडसे ट्रेंड कर रहा है और उसके पीछे का सबसे बड़ा कारण ये है की आज भी कुछ लोग उनके किये गए कृत्य को सही ठहरा कर उनका समर्थन करते हैं। हालांकि बहुजन आबादी गांधी की ह्त्या को गलत ठहराती है और हिंसा किसी भी मसले का हल नहीं हो सकता। वहीं हमारे देश में दुसरा पक्ष भी है जो खुल कर सोशल मीडिया पर गोडसे का समर्थन करती है और उनके असली हीरो मानती है।