बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुई थी जो भीलवाड़ा राजस्थान का था। इस वीडियो में एक पेट्रोल पम्प के अंदर एसडीएम साहब पेट्रोल भरवाने जाते हैं और वहीं थप्पड़ काण्ड हो जाता है। इस विषय से संबंधित लेख हमने बीते दिनों साझा किया था जिसमे वीडियो का लिंक भी दिया गया है। ऐसे में जब वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती है और लोग एसडीएम साहब को दोषी ठहराने लगते हैं तब उसके बाद उनकी पत्नी जो घटनास्थल पर मौजूद थीं, उन बेकसूर पेट्रोल पम्प कर्मियों पर एक अन्य आरोप लगा देती है। एसडीएम साहब की पत्नी ने थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज करवाई है जिसमे ये बताया गया है की पेट्रोल पम्प के कर्मचारियों ने उन पर गन्दी टिप्पणी की जिसके बाद एसडीएम साहब और पेट्रोल पम्प के कर्मचारियों के बीच हाथापाई हुई। जबकि वीडियो में थप्पड़ वाले मामले को लेकर ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है।https://hindipatrakar.com/sdm-slapped-a-petrol-pump-employee-employee-also-retaliated/
बहरहाल, जिस तरीके से एसडीएम साहब ने उन कर्मचारियों पर थप्पड़ जड़े थे उसके बाद अगर वीडियो वायरल न होती तो शायद उन कर्मचारियों की ज़िन्दगी यूँही बिना किसी कारण के जेल में कटती। ऐसे में उस वीडियो ने कहीं न कहीं निर्दोष कर्मचारियों को एक संरक्षण प्रदान किया है और साथ ही ऐसे रसूखदार और घमंडी किस्म के बड़े अधिकारियों के व्यवहार पर सवाल भी उठता है। अगर इस तरह के बड़े अधिकारी का रवैय्या होगा तो सोचिये की जो नीचे तबके के सरकारी कर्मचारी हैं उनका व्यवहार आम लोगों के प्रति कैसा होगा? हालांकि अब तक की मिली जानकारी के अनुसार थप्पड़ वाले काण्ड के बाद से पेट्रोल पम्प में काम करने वाले 2 कर्मचारियों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके बाद आज ये मामला नया आया है जिसमे एसडीएम साहब की पत्नी ने इस तरह के गंदे आरोप लगाए हैं। हालांकि सच्चाई क्या है और क्या नहीं ये जांच का विषय है लेकिन वीडियो में जिस तरह से दिखाई दे रहा है उससे तो यही मालुम होता है की पेट्रोल पहले ना देने को लेकर एसडीएम और पम्प कर्मियों के बीच गाली गलौच और हाथापाई हुई।
जिस तरह से एसडीएम साहब की पत्नी ने आरोप लगाए हैं वह बहुत ही अलग प्रतीत होता है और ऐसा कुछ भी वीडियो से मेल नहीं खाता। हालांकि यह किसी महिला की गरिमा और उसके स्वाभिमान की बात है तो यह जांच का विषय हो सकता है लेकिन यह कतई सही नहीं होगा की एसडीएम साहब के थप्पड़ जड़ने वाली हरकत को भुला दिया जाए। अगर पम्प कर्मियों की गलती है तो उन्हें सज़ा मिले लेकिन जिस तरह से एसडीएम साहब ने ताव में आकर खुद को एसडीएम बताते हुए और गाली देते हुए पम्प कर्मी को तमाचे जड़े वह कहीं से भी उचित नहीं है और इसके खिलाफ उनके उच्चाधिकारियों को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। रही बात उनकी पत्नी के शिकायत की तो यह जांच का विषय है क्योंकि उससे संबंधित कोई भी साक्ष वीडियो से प्राप्त नहीं होता है।
