‘गुप्तांग में डाला रॉड और 12-14 साल की बच्चियां मांगते थे’, कांग्रेसी नेता मेवाराम का वीडियो वायरल

‘गुप्तांग में डाला रॉड और 12-14 साल की बच्चियां मांगते थे’, कांग्रेसी नेता मेवाराम का वीडियो वायरल

कांग्रेस की गहलोत सरकार में मंत्री रहे मेवाराम के ऊपर ऐसे आरोप लग रहे हैं की उन्होंने नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया है। ऐसा कहा जाता है की मेवाराम के रिश्ते गांधी परिवार के साथ बहुत अच्छे हैं। यही कारण है की उनके ऊपर इस तरह की आपत्ति होने के बावजूद उन्होंने इस व्यक्ति को चुनाव में टिकट दिया।

हाल ही में उनकी 2 वीडियो जिसमे वह आपत्तिजनक स्थति में देखे जा सकते है वायरल कर दी गयी। ये वीडियो तब वायरल की गयी है जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और अगर अभी भी कांग्रेस की सरकार होती तो शायद यह राज़ भी 1992 में हुए अजमेर काण्ड की तरह 20 साल बाद लोग जान पाते।

इस हाई प्रोफाइल केस में पूर्व विधायक के ऊपर दुष्कर्म, पोक्सो और प्रताड़ना के लिए मुकद्दमा दर्ज किया गया है। पूर्व विधायक के अलावा अन्य कई बड़े अफसरों पर भी आरोप लगाए गए हैं। पीड़िताओं के बयान के अनुसार विधायक जी ने पिस्तौल कनपटी पर रखकर पीड़िताओं की ही वीडियो बनवाई और उनसे ही बुलावाया की ‘हम ब्लैकमेलर हैं’। पीड़िताओं ने इसके अलावा भी कई राज़ खोले।

पीड़िताओं ने आरोप लगाते हुए ये भी बताया की सज़ा के तौर पर उनके ‘गुप्तांग में डंडा’ डाला जाता था। और इसका विरोध करने पर ‘भंवरी देवी जैसा हाल करेंगे’ कह कर धमकाता था। हालांकि पूर्व विधायक मेवाराम के ऊपर कार्रवाई की मांग पहले ही की गयी थी लेकिन कांग्रेस की सरकार में कांग्रेस के विधायक को कौन हाथ लगाता। उलटा पीड़िताओं के ऊपर फ़र्ज़ी केस कर दिया गया और ये केस बीते साल 30 अक्टूबर को किया गया था।

बीजेपी की सरकार से पीड़िताओं को मिल पाएगा न्याय?

हाल ही में चुनाव संपन्न हुए हैं और प्रदेश में बीजेपी की सरकार आ गयी है। प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा हैं और पीड़िताओं को इनसे यही उम्मीद होगी की इन्हे न्याय मिले। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने इस खबर से सम्बंधित जानकारी ट्वीटर (X) पर शेयर करते हुए लिखा है की एक 70 साल का कांग्रेस नेता अपनी ठरक के लिए नाबालिग लड़कियों की मांग करता है।

अपने शैतानी कृत्यों के लिए इन्होने 12-14 साल की बच्चियां मांगी। उनके गुप्तांगों में रॉड डाले। ऐसा कहा जाता है की ये गांधी परिवार के बहुत ख़ास हैं। राहुल गांधी इसके बारे में जानते थे लेकिन फिर भी उन्होंने इसे टिकट दिया और यहां तक की फोटो भी खिंचवाई ताकि अपना समर्थन ये दिखा सके।

राजेंद्र गुढ़ा ने किया था ‘Whistle Blower’ का काम

पिछले साल जुलाई के महीने में राजस्थान की सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र गुढ़ा को विधानसभा से खिंच कर बाहर कर दिया गया था। उसके पीछे कारण ये था की उन्होंने मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए जघन्य अपराध को लेकर अपनी ही सरकार को अपने प्रदेश की स्थिति से अवगत करवाया था। उन्होंने कहा था की महिलाओ की स्थिति मणिपुर में देखने से पहले राजस्थान सरकार को अपने प्रदेश में हो रहे महिलाओं के प्रति अत्याचार पर ध्यान देना चाहिए। इसी बात से परेशान कांग्रेस की गहलोत सरकार ने उन्हें गुस्से में बाहर करवा दिया था।

उस प्रकरण के बाद से राजेंद्र गुढ़ा ने लगातार कांग्रेस सरकार को घेरा और ऐसा दावा किया की उनके पास एक ‘लाल डायरी’ है जिसमे ऐसे नेताओ के नाम है और उनके काले इतिहास दर्ज हैं जिसके उजागर हो जाने पर ये सरकार तुरंत गिर जाएगी और सारे जेल जाएंगे। चूँकि राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार थी तो ऐसे में खुद की सरकार के ऊपर सवाल उठाये जाने पर उन्होंने राजेंद्र गुढ़ा को बिलकुल अलग कर दिया। उनकी आपत्तियों पर भी कोई ध्यान नहीं दिया और ऐसे ही मामला हवा हो गया।

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