मनीष कश्यप कल हो जाएंगे जेल से रिहा, लगभग 10 महीने रहा जेल का सफर
बिहार से लेकर पुरे देश भर में अपने नाम का डंका बजाने वाले मशहूर यूट्यूबर मनीष कश्यप लगभग 10 महीने के बाद जेल से रिहा होंगे। पटना हाई कोर्ट से राहत मिलने के बाद कल 23 दिसंबर को उनकी रिहाई होगी। मौजूदा समय में मनीष को पटना के बेउर जेल में रखा गया है। इससे पहले वो तमिलनाडु की जेल में बंद थे। पटना सिविल कोर्ट के फैसले के बाद मनीष को बिहार के ही जेल में रखने का आदेश दिया गया था।
क्या था पूरा मामला ?
तमिलनाडु में कथित तौर पर बिहारी मजदुर के साथ हुए अत्याचार वाली वीडियो को मनीष ने अपने चैनल पर शेयर किया था। ऐसा दावा किया गया था की तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ भेदभाव होता है। उस वीडियो को फ़र्ज़ी माना गया था जिसको लेकर तमिलनाडु पुलिस ने मनीष के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था। दूसरी ओर तमिलनाडु सरकार ने मनीष के ऊपर NSA के तहत भी कार्रवाई की थी।
मनीष ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपनी याचिका डाली थी। उसके बाद तमिलनाडु सरकार ने NSA हटाए जाने से इंकार करते हुए कोर्ट में अपना पक्ष रखा था। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने मनीष को राहत दी थी। मनीष के ऊपर बेतिया जिले में भी 7 अन्य मामले दर्ज बताये जाते हैं। जिसमे भाजपा विधायक के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी, उसके अलावा बैंक मैनेजर से मारपीट का भी आरोप है। ऐसा बताया जाता है की इसी मामले से सम्बंधित कार्रवाई के रूप में हुई कुर्की जब्ती के बाद मनीष कश्यप ने सरेंडर कर दिया था।
तमिलनाडु में मनीष के ऊपर 6 मामले दर्ज किये गए थे। जिस पर उन्हें डिफ़ॉल्ट बेल मिल चुकी थी। दूसरी ओर आर्थिक अपराध इकाई ने भी मनीष के खिलाफ 4 मामले दर्ज किये गए थे। ये सारे आरोप एक के बाद एक लगते रहे थे। जिसके कारण उन्हें जेल में काफी दिन रहना पड़ा। हालांकि कुछ समय बाद उन्हें राहत मिली और तमिलनाडु की जेल से बिहार की जेल में उन्हें शिफ्ट किया गया। उसके बाद तमिलनाडु से सम्बंधित पेशी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से की जाती रही है।
जब गुस्से में मनीष ने कहा, “मैं फौजी का बेटा हूँ, चारा चोर का नहीं”
मनीष कश्यप के ऊपर जब फ़र्ज़ी वीडियो का मामला आया था तो उसके बाद से मनीष लगातार वीडियो के ज़रिये बिहार सरकार और उप-मुख्यमंत्री पर हमलावर थे। मनीष कश्यप ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया था। वहीं उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को चेतावनी देते हुए सरकार गिराने तक की बात कह दी थी। जिसके बाद से उनके ऊपर कार्रवाई और तेज़ हो गयी। यही कारण था की उनके ऊपर इस तरह से लगातार एफआईआर दर्ज होने लगी और रातों-रात कुर्की जब्ती का आदेश भी आ गया।
सरेंडर करने के बाद बिहार पुलिस ने मनीष कश्यप को तमिलनाडु पुलिस को सौंप दिया और उसके बाद से अगले कुछ महीने तक वह तमिलनाडु की जेल में ही बंद रहे। पटना सिविल कोर्ट की सुनवाई के आदेश के बाद उन्हें बिहार की जेल में रखा गया। सितम्बर 2023 में पटना के कोर्ट में पेशी के दौरान मनीष कश्यप गुस्से में भी दिखाई दिए थे।
मनीष ने गुस्से में लालू परिवार के ऊपर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा था,“मैं 6 महीने से चुप था लेकिन अब हद हो गयी है। मुझे गंजेड़ी, नशेड़ी लोगों के बीच में बैठाया जाता है। वो लोग मेरे मुंह पर धुंआ फेंकते हैं। मेरा सर दर्द होने लगता है लेकिन पुलिस वाले कुछ नहीं करते हैं। मैं फौजी का बेटा हूँ, चारा चोर नहीं। इन लोगों के आगे झुकूंगा नहीं। “
मनीष कश्यप अपने वीडियो के ज़रिये सरकार की पोल खोलते दिखाई देते हैं। उनका ये अंदाज़ उनके प्रशंसकों को बहुत पसंद है। रिहाई के बाद उनका अगला कदम क्या होगा ये देखने वाली बात होगी?
Excellent write-up
Outstanding feature