हिन्दुओं का समर्थन और चुनाव में जीत, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री गीर्ट विल्डर्स ने और क्या कहा ?
आपको नूपुर शर्मा याद होगी जिनके एक बयान पर काफी हंगामा हुआ था। यहां तक की उनकी खुद की पार्टी ने उन्हें निष्काषित कर दिया। दूसरी ओर किसी दूर देश में रहने वाला एक नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करता है और होने वाले चुनाव में बड़ी जीत हासिल करता है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं नवनिर्वाचित नीदरलैंड के प्रधानमंत्री गीर्ट विल्डर्स की। हिन्दुओ के समर्थन और इस्लाम के धुर विरोधी गीर्ट विल्डर्स ने अप्रत्याशित जीत हासिल की है।
एक ओर जहां भारत में नूपुर शर्मा के बयान पर उसे पार्टी से निष्काषित कर दिया जाता है दूसरी ओर उसी नूपुर शर्मा का समर्थन करके चुनाव जीता जा रहा है। दुनिया भर में इस्लाम को लेकर जिस तरह की भावना लोगों में उजागर हो रही है और जिस तरह के नतीजे दिखाई दे रहे हैं वह अभूतपूर्व है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिन्दुओं को गीर्ट विल्डर्स का समर्थन
नीदरलैंड के प्रधानमंत्री बनने के बाद गीर्ट विल्डर्स ने ट्वीटर (x) पर लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने भारत से आने वाले शुभकामना सन्देश पर कहा “मैं हमेशा उन हिन्दुओं का समर्थन करूँगा जिन्हे पाकिस्तान और बांग्लादेश में सिर्फ हिन्दू होने के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है। ” उनके इस बयान के बाद पुरे भारत में ये चर्चा का विषय बन गया है। पाकिस्तान और बांग्लादेश में आये दिन हिन्दू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होता है और जबरन उनका धर्म परिवर्तन करवाया जाता है। ऐसे में किसी दूसरे देश का प्रधानमंत्री अगर हिन्दुओं का समर्थन करता है तो यह चर्चा का विषय है।
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पहले भी दिया है विवादित बयान
गीर्ट विल्डर्स ने हाल ही में ‘कुरआन पर प्रतिबन्ध’ और ‘मुस्लिम दोयम दर्जे’ के नागरिक जैसे बयान दिए थे। जिसको लेकर इनकी लोकप्रियता तो बढ़ी लेकिन विवाद भी बहुत हुआ। गौरतलब है की पिछले साल मई के महीने में पैगम्बर मुहम्मद को लेकर नूपुर शर्मा के बयान का भी गीर्ट ने समर्थन किया था। दूसरी ओर भारत में नूपुर शर्मा के खिलाफ कई जगह नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन हुआ।
नूपुर शर्मा के बयान को लेकर गीर्ट विल्डर्स ने कहा था “मुझे लगा भारत में शरिया अदालत नहीं है। नूपुर ने पैगम्बर मुहम्मद के बारे में सच बोला है। उन्हें कभी माफ़ी नहीं मांगनी चाहिए। वो उदयपुर में हुई घटना की ज़िम्मेदार भी नहीं है। इस घटना के लिए कट्टरपंथी और असहिष्णु मुसलमान ज़िम्मेदार है। नूपुर शर्मा एक हीरो है। “
इस्लाम विरोधी बयान से मिली लोकप्रियता
मिली जानकारी के अनुसार इस्लाम विरोधी गीर्ट की जीत के बाद ना सिर्फ नीदरलैंड बल्कि यूरोप में भी इनकी खूब चर्चा है। हमास को लेकर जिस तरह यूरोपीय देशों में विरोध प्रदर्शन और हमास का समर्थन हो रहा है वह एक चिंता का विषय बनता जा रहा है। अवैध प्रवासी और यूरोपीय देशों में बढ़ती इस्लामिक कट्टरपंथियों की जनसंख्या जैसे मुद्दों पर गीर्ट के बयान ने सबका ध्यान खींचा है। यही कारण है की गीर्ट को नीदरलैंड के चुनाव में अप्रत्याशित बढ़त मिली है।
इससे साफ़ ज़ाहिर होता है की लोग अब इस्लाम और उससे जुडी चीज़ों से परेशान हो चुके हैं। यूरोपीय देशों में शरिया की मांग और बेवजह किसी दूसरे देश का विरोध प्रदर्शन वहाँ के मूल निवासियों को खटकने लगा है। और यह चुनाव के नतीजों से साफ झलकता है।
आने वाले समय में अवैध प्रवासियों और इस्लाम सम्बन्धी विषयों पर गीर्ट का अगला कदम क्या होता है ये देखना रोचक होगा। फिलहाल गीर्ट की जीत के बाद हिन्दुतान से बधाइयाँ भेजी जा रही हैं। पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिन्दुओं की बदहाली पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आवाज़ भी उठनी शुरू हो गयी है। आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर होनेवाली सभा में मोदी का इस पर क्या कहना है ये जानना रोचक होगा।
Excellent write-up