‘PM मोदी के राम मंदिर उद्घाटन पर बेइज़्ज़ती महसूस होती है’, राजद नेता का मोदी और मंदिर पर एक और विवादित बयान

‘PM मोदी के राम मंदिर उद्घाटन पर बेइज़्ज़ती महसूस होती है’, राजद नेता का मोदी और मंदिर पर एक और विवादित बयान

पिछले कुछ समय से बिहार में राजद नेताओं का हमला केंद्र सरकार के ऊपर और तेज़ हो गया है। बयानबाज़ी के इस दौर में राजद नेता लगातार पीएम मोदी, राम मंदिर और हिन्दू धर्म पर अनर्गल बयानबाज़ी करते दिखाई देते हैं। ऐसे में राजद के वरिष्ठ नेता लालू यादव का ना बोलना आम जनों को खटकने लगा है। पार्टी में भी अंदरूनी विरोध की आशंका जताई जा सकती है।

अतरी से राजद के विधायक अजय यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के लिए अपने निवास पर आमंत्रित किया था। इस बैठक के दौरान अजय यादव ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार के ऊपर ज़ुबानी हमला बोला। विधायक ने प्रधानमंत्री मोदी की निजी ज़िंदगी को राम मंदिर के साथ जोड़कर कटाक्ष किया। उन्होंने अपने बयान में कहा की पुरुषों में उत्तम श्रीराम ने अपने पत्नी को वापस लाने के लिए उस वक़्त के सबसे बलवान और विद्वान् रावण से युद्ध किया था। जबकि पीएम मोदी का जीवन इससे अलग होते हुए भी वह श्रीराम मंदिर का उद्घाटन करेंगे और प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे। यह सोचकर बेइज़्ज़ती महसूस होती है।

इसके अलावा राजद विधायक अजय यादव राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान जुटी भीड़ को लेकर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा है की इस दौरान अगर कोई अनहोनी हो जाती है तो इसका दोष कहीं और लगा देंगे। इसके अलावा अजय यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के महंगे सूट और विमान में घूमने जैसी बातों पर भी टिप्पणी की।

बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने किया विधायक फ़तेह बहादुर सिंह का बचाव

बीते दिनों बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने रोहतास के अपने कार्यक्रम में अपनी ही पार्टी के विधायक द्वारा लगाए गए विवादित पोस्टर का समर्थन किया और उसे सही बताया। उस पोस्टर में मंदिर ना जाने जैसी विवादित बातें लिखी थी जिसको लेकर विधायक फ़तेह बहादुर सिंह का विरोध किया गया था और उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ता ने भी इस पर आपत्ति जताई थी। चंद्रशेखर ने बीते दिनों उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बातों को ही दुहराते हुए कहा की अगर आपको चोट लगेगी तो आप इलाज के लिए मंदिर जाओगे या अस्पताल? अगर आपको कलक्टर, एसपी, एमपी या विधायक बनाना है तो आप स्कूल जाएंगे या मंदिर?

शिक्षामंत्री ने विधायक फ़तेह बहादुर सिंह का समर्थन करते हुए कहा की उन्होंने वही बातें कहीं है जो माता सावित्री बाई फुले ने कहीं थी। गौरतलब है की विधायक फ़तेह बहादुर सिंह ने माता सरस्वती की तस्वीर और उनकी पूजा का विरोध करते हुए सावित्री बाई फुले की पूजा करने के लिए कहा था। जिसके बाद से उनका विरोध पुरे बिहार में किया जा रहा है। उन्होंने धार्मिक स्थल को शोषण का स्थल बताया और इसके पीछे षड्यंत्रकारियों के जेब भरने की बात कही। उन्होंने आगे कहा की राम जी हमारे आप के बीच में हैं तो फिर उनको ढूंढने कहाँ जाएं?

शिक्षामंत्री के बयान को चिराग पासवान ने लिया आड़े हाथों

लोजपा नेता चिराग पासवान ने शिक्षामंत्री के बयान पर आपत्ति जताई है। चिराग ने कहा की अपने विभाग का ध्यान रखने की बजाये वह सनातन धर्म को गाली देने पर ज़्यादा ध्यान रखते हैं। उन्होंने मौजूदा गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा की उनके साथी इन्हे बर्दाश्त क्यों कर रहे हैं। वह लोगों की भावना को भड़काने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को पद से बर्खास्त कर देना चाहिए। इन्होने पिछ्ला चुनाव इसी तरह की बयानबाज़ी के कारण हारा है।

इसके पहले जब फ़तेह नारायण सिंह ने विवादित पोस्टर लगाया था तब पटना में उनके खिलाफ में एक और पोस्टर लगाया गया था जिसमे ये कहा गया था की जो कोई फ़तेह नारायण सिंह की जीभ काट कर लाएगा उसे 10 लाख का इनाम दिया जाएगा। यह पोस्टर एक संगठन के द्वारा पटना में लगाया गया था।

Leave a Comment